जय आर. सी. एम्. दोस्तों !
जैसा की आप जानते है की इस सिस्टम में इसकी शिक्षा कितनी आवश्यक है। माननीय टी.सी.जी ने हिंदुस्तान के सारे बड़े बड़े धुरंदर एक आम आदमी के साथ लाकर खड़े कर दिए हैं। ग्राहकों को सीधे तोर पर मालिक बना दिया है। बात केवल इतनी सी है की आम आदमी को इसकी पीदियों से आदत नहीं है । इसलिए कुछ लोगो की शिकायतें बनी रहती हैं । अपनी खरीदारी से पैसा आएगा ? असंभव ! भ्रम है ! इसी बात को लोगो को संक्षिप्त रूप में कागज पर चित्रित करके दिखाना है, एवं सगठित रूप में टीम वर्क करते जाना है। ग्राहकों मालिक बन जाओ !
जय आर.सी.एम्।
डॉ प्रवीण शर्मा
मंगलवार, 3 मार्च 2009
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